The Tower Heist Movie Explained In Hindi: जब एक छोटी सी चोरी बन गई बड़ा इंसाफ”

एंटेरटैनमेंट

कहानी की शुरुआत – एक असंभव सा प्लान

जॉश, एक साधारण इंसान था  जो “द टावर” नामक ऊंची बिल्डिंग में काम करता था, कभी सोच भी नहीं सकता था कि वह एक दिन $20 मिलियन डॉलर चुराने की योजना बनाएगा। और हैरानी की बात यह थी कि उसके साथी—चार्ली, एनरिक, फिज्जू और लेस्टर—ने भी जीवन में कभी कुछ नहीं चुराया था। फिर आखिर उन्होंने इतनी बड़ी चोरी को अंजाम कैसे दिया

जॉश को आर्थर नाम के एक अरबपति इन्वेस्टमेंट बैंकर पर भरोसा था, जो टावर के पेंटहाउस में रहता था। आर्थर ने बिल्डिंग के कर्मचारियों का पेंशन फंड इन्वेस्ट करने का वादा किया था, ताकि रिटायरमेंट पर उन्हें अच्छी रकम मिले। लेकिन एक दिन पता चला कि आर्थर ने सारा पैसा डुबो दिया था और वह एक बड़े घोटाले में शामिल था।

जब एफबीआई ने आर्थर को गिरफ्तार किया, तो पता चला कि उसने करोड़ों डॉलर का घोटाला किया था। उसकी संपत्ति फ्रीज कर दी गई, लेकिन उसे $10 मिलियन की बेल पर छोड़ दिया गया। हालांकि, उसे अपने पेंटहाउस में ही नज़रबंद रहना था।

लेस्टर, बिल्डिंग का बूढ़ा डोरमैन, जो अगले साल रिटायर होने वाला था, ने अपनी सारी जमा पूंजी ($3,000) आर्थर को इन्वेस्ट करने के लिए दी थी। जब उसे पता चला कि उसका सब कुछ डूब गया, तो वह ट्रेन के सामने कूदने की कोशिश करने लगा। हालांकि एक पुलिस वाले ने उसे बचा लिया, लेकिन लेस्टर का दर्द जॉश से देखा नहीं गया।

जॉश ने आर्थर से सीधा सवाल किया: “तुम्हें कोई फर्क पड़ता है कि तुमने लोगों का सब कुछ लूट लिया?”
आर्थर ने झूठा दुख जताया, लेकिन जॉश ने उसकी बेशकीमती 1963 फेरारी 250 GT (जिसकी कीमत $10 मिलियन थी) का शीशा तोड़कर अपना गुस्सा निकाल दिया।

एक रात, एफबीआई एजेंट क्लेयर (जो जॉश को पसंद करने लगी थी) ने गलती से बता दिया कि आर्थर ने $20 मिलियन कहीं छुपा रखे हैं, जिन्हें एफबीआई ढूंढ नहीं पाई। यह सुनकर जॉश के दिमाग में एक योजना आई—अगर वह और उसके दोस्त आर्थर के पेंटहाउस से वह पैसा चुरा लें, तो सभी कर्मचारियों को उनका हक वापस मिल सकता है।

जॉश ने अपने दोस्तों—चार्ली, एनरिक, फिज्जू और ओडेसा (एक तिजोरी खोलने वाली लड़की)—को इकट्ठा किया। लेकिन समस्या यह थी कि इनमें से किसी ने कभी चोरी नहीं की थी। इसलिए जॉश ने अपने पुराने दोस्त स्लाइड (एक पेशेवर अपराधी) को टीम में शामिल किया।

स्लाइड ने सबको ट्रेनिंग दी: “मॉल से एक चीज़ चुराकर लाओ।” सबने डरते-डरते यह टास्क पूरा किया और अब वे असली मिशन के लिए तैयार थे।

थैंक्सगिविंग के दिन, जब आर्थर को कोर्ट ले जाया गया, जॉश और उसकी टीम ने पेंटहाउस में घुसकर तिजोरी तोड़नी शुरू की। लेकिन तिजोरी खाली थी! तभी जॉश को एहसास हुआ—आर्थर ने पैसे नहीं, बल्कि अपनी पूरी फेरारी को सोने से बनवाया था! ($45 मिलियन की गाड़ी!)

अब चुनौती थी—इस भारी गाड़ी को बिल्डिंग से बाहर निकालना। उन्होंने बिल्डिंग की क्लीनिंग क्रेन का इस्तेमाल करके फेरारी को खिड़की से बाहर लटकाया और नीचे फिज्जू के अपार्टमेंट में उतारा। लेकिन एफबीआई ने उन्हें पकड़ लिया।

जेल में, आर्थर ने जॉश को धमकाया: “तुम सालों जेल में रहोगे, मैं कुछ दिनों में छूट जाऊंगा!”
लेकिन जॉश के पास एक हथियार था—आर्थर की नोटबुक, जिसमें उसके सारे काले कारनामे लिखे थे। इसके बदले में, आर्थर ने $450 मिलियन देने की पेशकश की, लेकिन जॉश ने मना कर दिया।

अंत में, आर्थर को उम्रकैद हुई, जॉश को सिर्फ 2 साल की सजा मिली, और टावर के कर्मचारियों के घरों में सोने की फेरारी के टुकड़े पहुंचे—उनकी मेहनत की कमाई वापस मिल गई!

निष्कर्ष

यह कहानी सिखाती है कि लालच का अंत बुरा होता है, लेकिन सच्ची मेहनत और एकजुटता हमेशा जीतती है। जॉश और उसके दोस्तों ने कानून तोड़ा, लेकिन उनका इरादा नेक था—और अंत में, न्याय हुआ!

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